October 18, 2024

श्रद्धा हत्याकांड: याद आया 27 साल पहले का ‘तंदूर कांड’,

तंदूर से शरीर के अंगों की बरामदगी के बाद रेस्तरां मालिक को गिरफ्तार किया गया था. वहीं हत्या के बाद फरार हुए युवा कांग्रेस नेता को एक सप्ताह के भीतर गिरफ्तार कर लिया गया था. इसमें सुशील शर्मा को मौत की सजा सुनाई गई थी. दिल्ली के महरौली में हुए श्रद्धा हत्याकांड ने पूरी राजधानी में सनसनी मचा कर रख दिया है. इसमें आरोपी आफताब ने लिव इन में उसके साथ रह रही प्रेमिका

उसके शरीर के 35 टुकड़े कर डाले और दिल्ली के अलग-अलग इलाकों में फेंक दिया. इस घटना ने 27 साल पहले दिल्ली में हुई एक और जघन्य हत्याकांड की याद दिला दी है. जुलाई 1995 के कुख्यात ‘तंदूर कांड’ और श्रद्धा हत्याकंड में हत्यारों ने क्रूरता की हदें पार कर दीं. तंदूर कांड में एक युवा कांग्रेस नेता ने कथित प्रेम संबंध को लेकर अपनी पत्नी की हत्या कर दी और उसके शरीर के अंगों को होटल के तंदूर में जला दिया. ये होटल आरोपी कांग्रेस नेता का दोस्त के बताया जाता है.

बहरहाल महरौली में हुए हत्याकांड का यह ताजा मामला छह महीने पहले ही सामने आया था. वहीं पुलिस ने शनिवार को 28 वर्षीय लिव-इन पार्टनर आफताब को गिरफ्तार कर मामले का खुलासा किया. इसमें सामने आया कि आरोपी आफताब ने मृतका श्रद्धा के शरीर को 35 टुकड़ों में काट दिया और उसे राजधानी के अलग-अलग हिस्सों में ले जाकर फेंक दिया

पांच दिनों की पुलिस रिमांड

मुंबई निवासी आरोपी आफताब अमीन पूनावाला को श्रद्धा के पिता की शिकायत के आधार पर गिरफ्तार किया गया था. दिल्ली पुलिस ने सोमवार को कहा कि सोमवार को उसे कोर्ट के सामने पेश किया गया था, जिसने उसे पांच दिनों के लिए पुलिस रिमांड पर भेज दिया.

गला घोंटकर प्रेमिका की हत्या

पुलिस ने बताया कि मुंबई की रहने वाली श्रद्धा वाकर (27) के रूप में पहचान आरोपी से मुंबई में एक कॉल सेंटर में काम करने के दौरान मिली थी. दोनों मुंबई में एक डेटिंग ऐप के माध्यम से मिले. वे तीन साल तक लिव-इन रिलेशनशिप में रहे और दिल्ली शिफ्ट हो गए. दोनों के दिल्ली शिफ्ट होने के तुरंत बाद, श्रद्धा ने आफताब पर उससे शादी करने का दबाव बनाना शुरू कर दिया. एडिशनल डीसीपी-1 साउथ दिल्ली अंकित चौहान ने बताया कि दोनों अक्सर झगड़ते थे और यह नियंत्रण से बाहर हो जाता था. 18 मई को हुई आफताब ने अपना आपा खो दिया और उसका गला घोंट दिया. श्रद्धा के पिता की शिकायत पर दिल्ली पुलिस ने 10 नवंबर को प्राथमिकी दर्ज की थी.

बड़े रेफ्रिजरेटर में रखे शव के टुकड़े

पुलिस ने कहा कि आफताब ने अपने अपराध के सभी निशानों को धोने के लिए गूगल पर खोज की और कुछ रसायनों से अपने छतरपुर निवास के फर्श से खून के धब्बे हटा दिए. इसके बाद उसने शव को बाथरूम में रख दिया और पास की एक दुकान से 300 लीटर का एक बड़ा रेफ्रिजरेटर खरीदा. पुलिस ने कहा, बाद में उसने शरीर को छोटे-छोटे टुकड़ों में काटकर फ्रिज में रख दिया.

छतरपुर के जंगली इलाकों में फेंका

डीसीपी चौहान ने कहा कि आरोपी ने हमें बताया कि उसने उसके टुकड़े-टुकड़े कर दिए और छतरपुर एन्क्लेव के जंगली इलाकों में शरीर के अंगों को ठिकाने लगा दिया. सूत्रों ने बताया कि आफताब हर दिन उसी कमरे में सोता था जहां उसने श्रद्धा के शरीर के टुकड़े किए थे, वह अक्सर उसके बेजान चेहरे को देखने के लिए फ्रिज में देखता भी था.

श्रद्धा से पहले कई लड़कियों से संबंध

सूत्रों ने बताया कि शरीर के अंगों को नष्ट करने के बाद उसने फ्रिज की सफाई की. आरोप यह भी है कि श्रद्धा से पहले भी आफताब के कई लड़कियों से संबंध थे. वहीं अपराध करने से पहले उसने अमेरिकी क्राइम ड्रामा सीरीज ‘डेक्सटर’ समेत कई क्राइम फिल्में और वेब सीरीज देखीं थी. फिलहाल पुलिस ने आफताब के किराए के फ्लैट से कुछ हड्डियां भी बरामद की हैं और अधिकारियों ने कहा कि शरीर के बाकी हिस्सों को बरामद करने के प्रयास जारी है.

तंदूर कांड की कहानी

जुलाई 1995 के कुख्यात ‘तंदूर कांड’ में भी हत्यारे ने क्रूरता की हदें पार कर दी थीं. तंदूर कांड में एक युवा कांग्रेस नेता ने कथित प्रेम संबंध को लेकर अपनी पत्नी की हत्या कर दी और उसके शरीर के अंगों को होटल के तंदूर में जला दिया. ये होटल आरोपी कांग्रेस नेता का दोस्त के बताया जाता है. यहां छत के तंदूर से धुआं निकलते देख आस-पास के इलाके में गश्त कर रही पुलिस ने नैना साहनी की नृशंस हत्या का खुलासा किया. बाद में उन्होंने ओवन से शरीर के आधे जले हुए हिस्से बरामद किए.

अवैध संबंध का शक

इस मामले का आरोपी सुशील शर्मा को शक था कि नैना का करीम के साथ संबंध है, जिसे वह अपने स्कूल के दिनों से जानती थी. 2 जुलाई को, सुशील शर्मा ने कथित तौर पर नैना को करीम से फोन पर बात करते हुए पकड़ लिया और गुस्से में उसकी गोली मारकर हत्या कर दी.

सुशील शर्मा को हाईकोर्ट ने किया बरी

जानकारी के अनुसार तंदूर से शरीर के अंगों की बरामदगी के बाद रेस्तरां मालिक को गिरफ्तार किया गया था. वहीं हत्या के बाद फरार हुए युवा कांग्रेस नेता को एक सप्ताह के भीतर गिरफ्तार कर लिया गया था. इसमें सुशील शर्मा को नैना की हत्या का दोषी ठहराया गया और मौत की सजा सुनाई गई. हालांकि, बाद में उसकी सजा को आजीवन कारावास में बदल दिया गया था. हालांकि, इसमें एक आश्चर्यजनक मोड़ आया और सुशील शर्मा को दिल्ली उच्च न्यायालय ने 8 दिसंबर, 2020 को रिहा कर दिया.

HrGroup

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