Gwalior News: नौकरी दिलाने के नाम पर कंप्यूटर ऑपरेटर ने छात्रा से की एक रात बिताने की मांग, मामला दर्ज
मध्य प्रदेश बीज निगम के भोपाल कार्यालय में पदस्थ कंप्यूटर आपरेटर संदीप तंतुवे ने संविदा नियुक्ति के लिए छात्राओं से उसके साथ एक रात बिताने की मांग की। छात्रा के आरोप पर ग्वालियर क्राइम ब्रांच ने संदीप तंतुवे पर मामला दर्ज कर लिया है । उसे हिरासत में भी लिया गया मगर पूछताछ के बाद छोड़ दिया गया है ।
नौकरी दिलाने के बदले कंप्यूटर आपरेटर ने मांगी अस्मत, बर्खास्त।फाइल फोटो।
नौकरी दिलाने के बदले कंप्यूटर आपरेटर ने मांगी अस्मतग्वालियर क्राइम ब्रांच में मामला दर्ज, पूछताछ के बाद छोड़ामप्र बीज निगम के भोपाल कार्यालय में पदस्थ है आरोपित
ग्वालियर। मध्य प्रदेश बीज निगम के भोपाल कार्यालय में पदस्थ कंप्यूटर आपरेटर संदीप तंतुवे ने संविदा नियुक्ति के लिए छात्राओं से उसके साथ एक रात बिताने की मांग की। छात्रा के आरोप पर ग्वालियर क्राइम ब्रांच ने संदीप तंतुवे पर मामला दर्ज कर लिया है। उसे हिरासत में भी लिया गया, मगर पूछताछ के बाद छोड़ दिया गया है।
आरोपी के खिलाफ जारी हुआ कारण बताओ नोटिस
उधर, विभाग ने संदीप को कारण बताओ नोटिस जारी किया गया है और तीन दिनों में जवाब देने को कहा है। यदि जवाब संतुष्टिपूर्ण नहीं हुआ तो उसके खिलाफ विभाग बड़ा एक्शन लेगा।
कंप्यूटर आपरेटर को बर्खास्त करने की उठी मांग
इस बीच, मप्र बीज निगम के अध्यक्ष मुन्नालाल गोयल ने बीज निगम के एमडी से कंप्यूटर आपरेटर को बर्खास्त करने की मांग करते हुए कहा कि उसके खिलाफ पुलिस एक्शन ले और उसे कठोर सजा दी जाए। पूरे मामले की जांच हो। इस कृत्य में जो भी लोग शामिल हैं, उनके खिलाफ भी कार्रवाई की जाए ताकि भविष्य में कोई भी महिलाओं के साथ इस तरह का बर्ताव ना कर सके। मामला गरमाने पर देर रात निगम के प्रबंध संचालक ने उसे नौकरी से बर्खास्त करने का आदेश जारी कर दिया है।
नौकरी लगाने का किया दावा
छेड़छाड़ का आरोप लगाने वाली 26 वर्षीय छात्रा मूलरूप से रीवा की रहने वाली है और जीवाजी यूनिवर्सिटी से एमएससी कर रही है। कुछ समय पहले उसने और अन्य दो छात्राओं ने मप्र बीज निगम में संविदा नियुक्ति के लिए आवेदन किया था। जीवाजी यूनिवर्सिटी में ही साक्षात्कार लिया गया था। साक्षात्कार लेने के लिए पैनल भोपाल से आया था। पैनल में कंप्यूटर आपरेटर संजीव तंतुवे पुत्र देवीराम भी आया था। अभ्यर्थियों की सूची वही बनाता था। टीम साक्षात्कार लेकर लौट गई। इसके बाद तीनों छात्राओं को संजीव ने कॉल किया। उसने उनसे कहा कि अगर वह उसकी इच्छा पूरी कर देंगी तो नौकरी लगवा सकता है।
कॉल से परेशान होकर छात्रा ने किया शिकायत
दो छात्राओं ने उसका मोबाइल नंबर ब्लाक कर दिया। तीसरी छात्रा के पास बार-बार काल आ रहा था। छात्रा ने परेशान होकर पुलिस अधिकारियों से शिकायत की। एसएसपी राजेश सिंह चंदेल ने मामले में क्राइम ब्रांच प्रभारी अमर सिंह सिकरवार को कार्रवाई के आदेश दिए, इसके बाद पुलिस ने मामला दर्ज कर उसे हिरासत में लेकर पूछताछ की।
उन्होंने कहा कि क्राइम ब्रांच ने आइपीसी की धारा 354 (क) के तहत अपराध पंजीबद्ध किया है, जिसमें सात साल से कम सजा का प्रविधान है, इसलिए आरोपित को नोटिस पर छोड़ दिया गया है।
पूरे मामले की जांच जरूरी
मप्र बीज निगम के अध्यक्ष मुन्नालाल गोयल का कहना है कि इस मामले में और भी अधिकारी शामिल हो सकते हैं। इसलिए पूरे मामले की जांच जरूरी है। इससे पहले भी जिन नौकरी के लिए साक्षात्कार हुए, उसकी भी जांच की जाए। इससे यह पता चलेगा कि यह कृत्य केवल कंप्यूटर आपरेटर का है या इसमें आलाधिकारी भी शामिल हैं, जो हमारी बहन-बेटियों पर गलत नजर रखते हैं। उनके खिलाफ कड़ी से कड़ी कार्रवाई हो, जिससे भविष्य में इस तरह की घटना की पुनरावृत्ति न हो सके।