August 28, 2025

UP Drivers Strike: ट्रक चालकों की हड़ताल से रसोई गैस की कालाबाजारी शुरू; 1500 से 2000 रुपये में बेचे जा रहे सिलेंडर

ट्रक और बस ड्राइवर की हिट एंड रन से जुड़े कानूनों में बदलाव के चलते हड़ताल से गैस गोदाम से लोगों को सिलेंडर नहीं मिल पा रहा है। यह समस्या पूरे जिले में है। इस कारण सिलेंडर की कालाबाजारी शुरू हो गई। 900 रुपये का सिलेंडर लोग 1500 रुपये में खरदने को मजबूर है। जिला आपूर्ति विभाग कालाबाजारी में नाकाम लगाने में नाकाम साबित हो रहा है।

हिट एंड रन से जुड़े कानूनों में बदलाव के चलते ट्र्रक चालकों की हड़ताल से रसोई गैस सिलेंडर की कालाबाजारी भी शुरू हो गई है। लोगों को भारत गैस, इंडेन गैस एजेंसी के गोदामों से रसोई गैस सिलेंडर नहीं मिल पा रहा है।

वहीं खुदरा व्यापारियों को सिलेंडर 1500 से 2000 रुपये लेकर बेजा जा रहा है। कालाबाजारी पर लगाम लगाने में जिला आपूर्ति विभाग भी विफल साबित हुआ है। रसोई गैस सिलेंडर खत्म होने पर बड़ी संख्या में मंगलवार सुबह लोग सेक्टर-54 स्थित गैस गोदाम पहुंचे। जहां से बड़े पैमाने पर शहर के अलग-अलग हिस्सों में सिलेंडर की आपूर्ति की जाती है।

क्या है चालकों की मांग?

भारत गैस के बाहर मौजूद सिलेंडर विक्रेताओं ने बताया कि ट्रक चालकों की हड़ताल के कारण जिन ट्रकों से रसोई और कामर्शियल सिलेंडर लाया जाता है उनके चालक हड़ताल पर चले गए हैं। चालकों की मांग की हिट एंड रन से जुड़े कानूनों को वापस लिया जाए। सोमवार से सिलेंडर नहीं आए हैं, जो सिलेंडर गोदाम में है। वह विभिन्न जगह पर पहले से बुकिंग के आधार पर पहुंचाएं जा रहे हैं।

खुदरा दुकानदार 120 से 130 रुपये प्रति किलो बेच रहे गैस

वहीं सिलेंडर लेने के लिए सेक्टर-53 से आए सुधीर चौरसिया ने बताया कि पिछले दो दिन पहले गैस सिलेंडर खत्म हो गया था। छोटा सिलेंडर भरवाना पड़ा है। खुदरा परचून दुकानदार 120 से 130 रुपये प्रति किलो गैस बेच रहे हैं।

1500 रुपये में दिए जा रहे सिलेंडर

मंगलवार को जब रसोई गैस सिलेंडर भरवाने के लिए सेक्टर-54 स्थित गैस एजेंसी पर पहुंचे तो पता चला कि ट्रक चालकों की हड़ताल से गोदाम में गैस सिलेंडर नहीं है, लेकिन कई लोगों को 1500 रुपये लेकर सिलेंडर ब्लैक में दिए जा रहे हैं। जहां लोगों को रसोई गैस सिलेंडर लोगों को नहीं मिल पा रहा है।

परचून दुकानदारों को ब्लैक में सिलेंडर बेचे जा रहे हैं। रोक लगाने में जिला आपूर्ति विभाग नाकाम साबित है। दफ्तरों में बैठे अधिकारी शिकायत मिलने के बाद भी समस्या पर रोक लगाने में नाकाम है।

ट्रक चालकों की हड़ताल है। एआरटीओ से वार्ता कर समस्या का जरूरी समाधान तलाशा जाएगा। कालाबाजारी के बारे में जानकारी नहीं है। टीम भेजकर कार्रवाई की जाएगी !

HrGroup

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